डरता क्यो है, बंदे
मैं तेरे साथ हूं
अकेला समझ मत अपने आप को
तेरा साया मैं
मैं तेरे साथ हूं
किसने क्या पाया
किसने क्या गवाया
सब इसका उसका, सब पराया
मैं तेरा साया
सोच मत
बस मेरे साथ चल
क्या धरती, क्या आसमान
क्या खुशी, क्या गम
क्या सांस और उसका रूकना
क्या प्यार और उसका टूटना
ज़ख्म बहुत, उसका कभी भी ना भरना
किस का इंतजार, किस लिए दौड़ ना
डर मत किसी से
फिक्र नहीं किसी चीज़ से
बस रह मस्तमौला और मेरे साथ चल
उस घड़ी
उस समय
उस कल का इंतजार मत कर
आज से हाथ मिला और हंसके चल
मैं तेरा साया, हमेशा तेरा, तेरे पीछे खड़ा
तू बस कदम रख और चलता चल
उम्दा
Bahut aache…