Poetry

साया

डरता क्यो है, बंदे

मैं तेरे साथ हूं

अकेला समझ मत अपने आप को

तेरा साया मैं

मैं तेरे साथ हूं

 

किसने क्या पाया

किसने क्या गवाया

सब इसका उसका, सब पराया

मैं तेरा साया

सोच मत

बस मेरे साथ चल

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